आर्ट डायरेक्टर नितीन देसाई के सुसाइड नोट में राषेश शाह और जितेंद्र कोठारी का नाम है, कौन है ये लोग ?

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जाने माने आर्ट डायरेक्टर नितिन देसाई की आत्महत्या के पीछे कारपोरेट वर्ल्ड के बडे़ बड़े लोगों का हाथ है यदि इसके पीछे छिपे खेल का सबके पर्दाफाश हो जाए तो सैकड़ों लोग आत्महत्या करने से बच जाएंगे

आइए पूरा मामला समझते हैं, यह कहानी है एक ऐसे व्यक्ति की जिसने विश्व प्रसिद्ध डिज़्नी के थीम पार्क जैसा ही थीम पार्क भारत में बनाने का स्वप्न देखा और इस स्वप्न को सम्भव बनाने के लिए उसने हर सम्भव प्रयत्न किए उसी व्यक्ति नितीन देसाई ने
2 अगस्त मुम्बई के कर्जत के अपने उसी एनडी स्टूडियो में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।

नितिन देसाई आत्महत्या मामले में जुटी पुलिस को देसाई के फोन से एक ऑडियो क्लिप मिला  जिसमें 5 लोगों का जिक्र था। एडलवाइस के मालिक राशेश शाह, एडलवाइस के चेयरमैन केयूर मेहता, स्मित शाह, ईएआरसी कंपनी के आरके बंसल और जितेंद्र कोठारी के नाम शामिल हैं।

दरअसल नितीन देसाई की कंपनी एनडी की आर्ट वर्ल्ड प्राइवेट लिमिटेड ने, स्टूडियो में डिजनी की तर्ज पर भारत मे थीम पार्क स्थापित करने के लिए 2016 और 2018 में ECL फाइनेंस से 180 करोड़ रुपये का कर्ज लिया था  ईसीएल फाइनेंस एडलवाइस समूह की एक गैर-बैंकिंग वित्त शाखा है।

कोरोना के कारण नितिन देसाई आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे। और एडल वाइस कम्पनी वालें लोन वसूली के लिऐ अनावश्यक दबाव बनाने लगे मांग की गई कि वसूली के लिए नितिन देसाई का स्टूडियो जब्त किया जाए। नितीन देसाई ने अपने स्टुडियो को बचाने की हर सम्भव कोशिश की, उन्होंने लोन चुकाने के लिऐ फाइनेंसर भी ढूंढ लिऐ थे पर कर्ज़ देने वाली कम्पनी देसाई के स्टूडियो की बेशकीमती जमीन पर थी,

इस बात का खुलासा नितीन देसाई की पत्नी ने किया नेहा देसाई के अनुसार एडल वाइस के राशेष शाह ने 2016 में नितीन देसाई से संपर्क किया और उन्हें लोन की पेशकश की। जिस ज़मीन पर स्टूडियो खड़ा है, वह ज़मीन देसाई द्वारा लिए गए दो लोन के लिए कंपनी के पास गिरवी रखी गई है। नेहा देसाई ने दावा किया कि देसाई समय-समय पर लोन राशि चुका रहे थे लेकिन अप्रैल 2019 में ईसीएल फाइनेंस ने छह महीने की एडवांस किस्त की मांग की। उन्होंने कहा, उनके पति ने इसके लिए व्यवस्था करने के लिए पवई (मुंबई) में हीरानंदानी योजना में अपना कार्यालय बेच दिया। कोविड-19 महामारी के दौरान, फिल्मों की शूटिंग बंद हो गई, उन्होंने एडल वाइस से कहा कि इससे कारोबार प्रभावित हो रहा है और पुनर्भुगतान में देरी हो रही है। नेहा देसाई ने आरोप लगाया कि उनके पति ऋण के एकमुश्त निपटान के लिए तैयार थे लेकिन आरोपी ने उनके प्रस्तावों का जवाब नहीं दिया।

नेहा देसाई ने शिकायत में यह भी आरोप लगाया कि राशेष शाह ने उस स्टूडियो को हड़पने की कोशिश की, जिसे उनके पति ने कड़ी मेहनत से बनाया था। उन्होंने दावा किया कि शाह ने उनकी कॉल का जवाब नहीं दिया और “ईओडब्ल्यू, एनसीएलटी, डीआरटी की मदद से” नितिन देसाई को परेशान किया। नेहा देसाई की शिकायत के आधार पर खालापुर पुलिस स्टेशन में भारतीय दंड संहिता की धारा 306 (आत्महत्या के लिए उकसाना) और 34 (सामान्य इरादा) के तहत पहली सूचना रिपोर्ट दर्ज की गई थी।

बीजेपी के विधायक आशीष शेलार ने महाराष्ट्र विधानसभा में नितिन देसाई का मामला उठाया. उन्होंने कहा कि चार राष्ट्रीय पुरस्कारों के विजेता को इस तरह से अपना जीवन समाप्त करना पड़ा। उन्होंने एनडी स्टूडियो पर 180 करोड़ रुपये का लोन लिया था, जो बढ़कर 252 करोड़ रुपये हो गया। यह रशेश शाह और उनकी एआरसी एडलवाइस कंपनी की ऋण प्रणाली की कार्यप्रणाली को सुर्खियों में लाता है,
शेलार ने कहा कि एडलवाइस एआरसी केसे आधुनिक साहूकार की तरह व्यवहार कर रही है। जिसके कारण नितिन देसाई ने ऐसा कदम उठाया उनकी मौत की जांच का दायरा बढ़ाया जाना चाहिए यह जांच होनी चाहिए कि एडलवाइस एआरसी कैसे संचालित होती है, उसके ऋण वसूली के तरीके और उनकी दरें क्या हैं। यदि आवश्यकता हो, तो एक विशेष टीम का गठन किया जाना चाहिए,

एफआईआर में भी यही कहा गया है कि आरोपियों की हरकतों से नितिन देसाई को कथित तौर पर लगभग 100 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।

25 जुलाई को इस खेल में एंट्री होती है जितेंद्र ठाकुर की …… दरअसल एडलवाइज इस लोन के मामले को दिवालिया अदालत ले गई

दिवालिया अदालत ने अपने आदेश में कहा कि ऋणदाताओं ने 31 मार्च 2021 को कंपनी के खाते को गैर-निष्पादित आस्ति (एनपीए) में वर्गीकृत किया है। 30 जून 2022 तक ऋण चूक (डिफॉल्ट) की कुल राशि 252.48 करोड़ रुपये थी।और पीठ ने दिवाला एवं दिवालियापन संहिता, 2016 के तहत उल्लिखित कदमों को पूरा करने के लिए इस लोन के लिए जितेंद्र कोठारी को रिजॉल्यूशन प्रोफेशनल (आरपी)  के रूप में  नियुक्त किया।

नेहा देसाई ने आराेप लगाया है कि जितेंद्र कोठारी ने नितीन देसाई को “बाउंसर” भेजने और स्टूडियो पर कब्ज़ा करने की धमकी दी थी। इसलिए उनका नाम भी आत्महत्या को उकसाने वालो की सूची में शमिल है

रिजॉल्यूशन प्रोफेशनल के रूप में अनिल अंबानी की भूमिका कई मामलों मे संदिग्ध रही है अनिल अंबानी की रिलायंस समूह की दिवालिया प्रक्रिया में भी जितेंद्र कोठारी को ही रिजॉल्यूशन प्रोफेशनल के रुप में नियुक्त किया गया था इस मामले में भी एडलवाइस ईसीएल फाइनेंस शामिल थी

अनिल अंबानी ने सुप्रीम कोर्ट के सामने रखी एक याचिका में यह मांग की थी कि एडलवाइस ईसीएल फाइनेंस द्वारा उसके गिरवी रखे शेयरों की बिक्री गैरकानूनी है. इस मामले में भी

किशोर बियानी के बिग बाज़ार ( फ्यूचर ग्रुप) के मामले में भी जितेंद्र कोठारी को भी इसी साल रिजॉल्यूशन प्रोफेशनल के रुप में नियुक्त किया गया है उस मामले में भी दिवालिया अदालत की प्रक्रिया को लेकर कई सवाल उठ चुके हैं

बीजेपी विधायक आशीष शेलर ने एडलवाइस ईसीएल फाइनेंस  की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा है कि ऐसे दो लोग और है जिन्हें वे जानते हैं उन्हें भी ये कम्पनी इसी तरह से परेशान कर रही है

आर्ट डायरेक्टर नितिन देसाई ने अपने सुसाईड नोट रुपी ऑडियो क्लिप में राज्य सरकार से भावुक अपील की है. अपनी अपील में नितिन देसाई कहते हैं कि ‘यह स्टूडियो बहुत मेहनत और बहुत सारे सपनों से बना है. जीवन में कई कठिनाइयों का सामना करने और चुनौतियों को पार करने के बाद मैंने यह स्टूडियो स्थापित किया. जीवन में बहुत उतार-चढ़ाव आए, सफलताएं और असफलताएं, मैंने सब पचा लिया. एनडी स्टूडियो मेरे जीवन की सबसे बड़ी संपत्ति है. इसका संवर्धन कीजिए.’

महाराष्ट्र सरकार को इस पर जरूर ध्यान देना चाहिए और उनकी इस अंतिम इच्छा को पूरी करना चाहिए

 

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