टाटा सूमो का नाम आपने जरूर सुना होगा सभी को लगता है कि टाटा ने अपनी गाड़ी का नाम जापान के  विश्वप्रसिद्ध सूमो पहलवानो के नाम पर इस गाडी का नाम सूमो रखा होगा लेकिन ये सच नहीं है कमल भास्करानंद पंत की कलम से  सुमंत मूलगांवकर नाम शायद बहुतRead More →

संजय वर्मा की कलम से किसी काम से राजवाड़ा जा रहा था। कलेक्ट्रेट के पास बच्चों के एक जुलूस की वजह से गाड़ियां रुक गईं । पहले लगा स्कूल या सरकार प्रायोजित कोई पर्यावरण रैली है । पर मामला अलग था ! ये बच्चे ज्ञानोदय आवासीय स्कूल के थे (Read More →

कीर्ति राणा की कलम से टंट्या मामा की माला जपने वाली सरकार को याद आ गई कि आदिवासियों की जमीन बेचने के मामले में कलेक्टरों पर कार्रवाई की जानी चाहिए तो लोकायुक्त को एक्शन की झंडी दिखा दी।इस मामले में शिकायत तो 2015 में ही कर दी गई थी, जांचRead More →

~ अपूर्व भारद्वाज की कलम से 70 के दशक के मध्य में भारत एक बड़े आर्थिक संकट की ओर बढ़ रहा था। कम बारिश से फसल उत्पादन में जबरदस्त गिरावट आई थी, अंतरराष्ट्रीय संकट की वजह से तेल की कीमत आसमान छू रही थी, और महँगाई अपने चरम पर थी।तत्कालीनRead More →

जाने माने पत्रकार अनिल जैन की कलम से….. दुनिया के देशों के राजकीय मेहमानों का भारत आने पर सत्तापक्ष के साथ ही मुख्य विपक्षी पाटी के शीर्ष नेताओं से मिलना आम बात रही है। यह परंपरा आजादी के बाद से लेकर कुछ वर्षों पहले तक चली। विदेशी मेहमान मुख्य विपक्षीRead More →

हमारे देश में पर्सनल लॉ के मामलों में कॉमन सिविल कोड लागू नहीं होकर भी लागू हो चुका है। पार्लियामेंट ने कानून नहीं बनाया लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने समय समय पर परिवर्तन कर दिए हैं। किसी भी धर्म जाति का कोई रत्तीभर पर्सनल लॉ नहीं बचा है। सब कुछ सुप्रीमRead More →