कल शनिवार को पश्चिमी अफगानिस्तान में भूकंप के कई झटके महसूस किये गए है अफगानिस्तान के नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार, शनिवार दोपहर सबसे पहले 12:11 बजे रिक्टर पैमाने पर 6.1 तीव्रता का भूकंप आया, जिसके बाद 12.19 बजे 5.6 तीव्रता और 12.42 पर तीसरा भूकंप आया, जिसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 6.3 दर्ज की गई।अफगानिस्तान में शनिवार को आए भूकंप की वजह से दो हजार से ज्यादा लोगों की मौत की सुचना मिल रही है तालिबान के प्रवक्ता ने जानकारी दी कि पश्चिमी अफगानिस्तान में आए शक्तिशाली भूकंप से मरने वालों की संख्या बढ़कर 2,000 हो गई है।
दुनिया मानती है कि भूकंप की भाविष्यवाणी नहीं की जा सकती लेकिन अब यह धारणा जल्द टूटने वाली हैयह लगातार चौथी बार है जब उनकी भविष्यवाणी सही निकली है
हम बात कर रहे है फ्रैंक हूगरबीट्स की
नीदरलैंड्स के भूकंप विज्ञानी फ्रैंक हूगरबीट्स अपनी भविष्यवाणियों के लिए जाने जाते हैं. भूकंप का अंदाजा लगाने का तरीका भी एकदम अलग और नया है फ्रैंक भूकंपों की गणना चांद की बदलती स्थिति और अन्य ग्रहों के साथ होने वाले कंजक्शन के आधार पर करते हैं.फ्रैंक इन ग्रहों की स्थिति बदलने से पृथ्वी के वायुमंडल पर पड़ने वाले असर, चुबंकीय फील्ड पर होने वाले असर आदि की स्टडी करने के बाद भविष्यवाणी करते हैं….
सोलर सिस्टम ज्योमेट्री सर्वे (एसएसजीईओएस) के एक शोधकर्ता फ्रैंक हूगरबीट्स ने कुछ दिन पहले कहा था कि पाकिस्तान के कुछ हिस्सों और उसके आसपास वायुमंडलीय उतार-चढ़ाव की सूचना मिली है।
दरअसल सोलर सिस्टम ज्योमेट्री सर्वे ने बलूचिस्तान के चमन क्षेत्र में फॉल्ट लाइनों के साथ विद्युत चार्ज के उतार-चढ़ाव में असामान्य वृद्धि की सूचना दी थी। ……..फ्रैंक हूगरबीट्स ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि 30 सितंबर को, हमने वायुमंडलीय उतार-चढ़ाव दर्ज किया जिसमें पाकिस्तान के कुछ हिस्से और उसके आसपास के हिस्से शामिल थे। यह सही है। यह आने वाले मजबूत झटके का संकेत हो सकता है
जब भी कहीं भूकंप आने वाला होता है, उसके पहले ही.फ्रैंक हूगरबीट्स भविष्यवाणी कर देते हैं. तुर्की, सीरिया और इससे पहले अफगानिस्तान में आए भूकंप की उनकी भविष्यवाणी सटीक निकली थी पिछले साल जब अफगानिस्तान में भूकंप आने वाला है, इसकी भविष्यवाणी 24 घंटे पहले फ्रैंक हूगरबीट्स ने कर दी थी. इससे पहले तुर्की भूकंप के बारे में बताया था.
अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के मुताबिक भूकंप का केंद्र हेरात से 40 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में था। दोपहर 11 से एक बजे के बीच 4.6 से 6.3 तीव्रता के कुल पांच झटके आए। भूकंप की वजह से 465 घर नष्ट हो गए वहीं 135 अन्य घर क्षतिग्रस्त हो गए। संयुक्त राष्ट्र की मानें तो मौत के आंकड़ों और बढ़ सकते हैं। इस समय भी कई लोग ढही हुई इमारतों के नीचे फंसे हो सकते हैं।