पीएम नरेंद्र मोदी 22 नवम्बर 2018 को दिल्ली में देशव्यापी शहरी गैस वितरण ‘सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन’ परियोजना को हरी झंडी दिखाइ ओर इसके ठीक एक दिन पहले खबर आयी कि कि अडानी गैस को मोदी सरकार की सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन प्रोजेक्ट में बड़ा ऑर्डर हाथ लगा हैं……. पीएनजीआरबी से अडानी को 13 नए एरिये जो गुजरात, हरियाणा, कर्नाटक, तमिलनाडु, राजस्थान और ओडिशा में है वहाँ सिटी गैस के विस्तार करने का काम मिला जबकि इस बिडिंग में सरकारी कम्पनी हिंदुस्तान पेट्रोलियम भी शामिल थी लेकिन उसे यह ठेका नही दिया गया यह ठेका हासिल होने से अडानी ग्रुप की कंपनी अडानी गैस की मार्केट वैल्यू महज 4 दिन के भीतर ही 3 हजार करोड़ रुपए बढ़ गयी और एक ही झटके में यह कम्पनी भारत की टॉप 200 वैल्युएबल कंपनियों में शामिल हो गयी और अडानी गैस को ठेका हासिल होने के कुछ समय बाद फ्रांस की दिग्गज ऊर्जा कम्पनी ‘टोटल’ अडाणी गैस की 37.4 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने की घोषणा कर दी
कल अदाणी टोटल गैस को मंगलवार को अहमदाबाद नगर निगम से वर्क ऑर्डर प्राप्त हुआ, कंपनी ने एक एक्सचेंज फाइलिंग के माध्यम से इसकी घोषणा की। यह परियोजना पिराना/ग्यासपुर, अहमदाबाद में स्थित होगी। अहमदाबाद नगर निगम के ऑर्डर में पीपीपी मॉडल पर 500 टन प्रतिदिन क्षमता वाले बायो-सीएनजी प्लांट की डिजाइनिंग, निर्माण, वित्तपोषण और संचालन शामिल है।
दरअसल 2024 तक देश के 50 प्रतिशत शहरी घरों मे पाइपलाइन से गैस पुहचाना का लक्ष्य है ……इसके लिए मोदी सरकार चुन चुन कर बड़े बड़े सरकारी ठेके गुजराती उद्योगपतियों को बाँट रही है चाहे वह ठेके लेने की पात्रता रखते हो चाहे न रखते हो……..