2.2 लाख VVPAT के सर्किट बोर्ड बदले गए ! ये सर्किट बोर्ड किसने सप्लाई किये ?

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अप्रैल 2023 को इंडियन एक्सप्रेस में एक खबर छापी गयी जिसका शीर्षक था

2024 preparations: EC to replace circuit boards of 2.2 lakh VVPATs

2024 के लोकसभा चुनावों से पहले, चुनाव आयोग (ईसी)  2.2 लाख वोटर वेरिफिएबल पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपीएटी) मशीनों के प्रिंटेड सर्किट बोर्ड (पीसीबी) को बदल रहा है
चुनाव आयोग ने 27 जनवरी, 2022 को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, दमन और दीव और लक्षद्वीप के अलावा राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के सभी मुख्य निर्वाचन अधिकारियों को पत्र लिखा था।
इसमें कहा गया है कि उल्लिखित श्रृंखला संख्या के “सभी एम 3-वीवीपीएटी” को निर्माताओं भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) बेंगलुरु और पंचकुला और इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (ईसीआईएल) हैदराबाद में स्थानांतरित किया जाना आवश्यक है। 33 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के वीवीपीएटी को रिपेयरिंग के लिए सूचीबद्ध किया गया था पत्र के अनुसार, कुल 3,43,741 वीवीपैट को फरवरी से अगस्त 2022 तक सुधार के विभिन्न कार्यों के लिए निर्माताओं को स्थानांतरित किया जाना था
चुनाव आयोग का कहना था कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन और इसकी बैलेट यूनिट और कंट्रोल यूनिट की तुलना में वीवीपीएटी के खराब होने की आशंका अधिक थी इस पर विशेष रूप से मौसम का प्रभाव पड़ा उदाहरण के लिए, उच्च तापमान या नमी के कारण पेपर स्लिप फंस सकती है या सिकुड़ सकती है।
लेकिन नमी का मौसम के उच्च तापमान का पीसीबी से क्या संबंध हो सकता है pcb को बदलना अपने आप में बडे़ सवाल खड़ा करता है वो भी इतनी बड़ी संख्या में एक साथ?
दूसरा महत्वपूर्ण प्रश्न यह है कि पत्र तो 2022 की शुरुआत में लिखा गया उसकी जानकारी अप्रैल 2023 मे क्यो दी जा रही है ?
तीसरा सबसे महत्त्वपूर्ण सवाल है कि ये Printed circuit bord चुनाव आयोग किससे ले रहा है क्योंकि जब भी ईवीएम और वीवीपीएटी पर बाहरी दखल के सवाल उठते हैं तो कहा जाता है कि ये मशीन तो BEL / ECIL द्वारा बनाई जाती हैं।अगर उपकरणों का निर्माण BEL/ECIL द्वारा किया जाता है, तो पीसीबी भी क्या वो ही बना रहा है?
गोपीनाथन कन्नन ने इस बात को 2019 में सम्पन्न हुए चुनाव के बाद भी उठाया था उनका कहना था कि बीईएल की ई-प्रोक्योरमेंट साइट पर मशीन की पीसीबी समेत कई कंपोनेंट के लिए टेंडर मंगाए गए थे कन्नन ने सवाल उठाया है कि अगर उपकरणों का निर्माण BEL/ECIL द्वारा किया जाता है, तो पीसीबी के लिए टेंडर क्यों आमंत्रित किए गए?
उस वक्त भी इसका कोई जवाब इलेक्शन कमीशन के नहीं दिया गया आज भी उपरोक्त सवालों के जवाब नहीं है
गोपीनाथन कन्नन ने vvpat को लेकर बड़े सवाल उठाए थे अगली  खबर में जानिए। …….बने रहिए true journalist पर

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