कमाल ही है आज भी लोग MLM टाइप का फ्रॉड तकनीक अपनाने वालों के झांसे में आ जाते है और इस बार तो कमाल ही हो गया है यह एक कम्पनी नही बल्कि पूरा का पूरा एक्सचेंज था
जितने बार भी मै विभिन्न MLM कंपनियों की कार्यप्रणाली के बारे में जानता हूं आश्चर्य से भर उठता है कितने कितने प्रकार से लोगो को बेवकूफ बनाया जा सकता है
इस बार उन्होंने सहारा लिया है ए आई का और साथ में क्रिप्टो का भी तड़का लगाया है
इस प्लेटफॉर्म का कहना था कि एआई तकनीक को वास्तविक दुनिया के वित्तीय व्यापार के साथ जोड़कर, MTFE ने एक एआई से संचालित होने वाली स्मॉर्ट व्यापार प्रणाली विकसित की है जो वास्तविक समय के उतार-चढ़ाव के आधार पर बाजार के अवसरों को पकड़ने के लिए प्रोग्रामेटिक स्वचालित व्यापार प्रणाली का उपयोग करती है। जब कोई व्यापार लाभ लेने के स्तर पर पहुंच जाता है तो सिस्टम स्वचालित रूप से बाहर निकल जाएगा, या आवश्यक होने पर घाटे वाले व्यापार को बंद कर देगा
यानी आपको कुछ भी नही करना आपके नाम पर सब एआई करेगा आपको शाम को बस पैसे गिनने हैं
एमटीएफई (मेटावर्स फॉरेन एक्सचेंज ग्रुप इंक) एक मोबाइल प्लेटफॉर्म था जो निवेशकों को आर्टिफिशल इंटेलिजेंस का उपयोग करके विभिन्न वित्तीय परिसंपत्तियों का व्यापार करने की अनुमति देता है। ये ऐप आज भी गूगल प्ले स्टोर पर और एप्पल प्ले स्टोर पर उपलब्ध है
यह लोगों को जोड़ने के लिए एमएलएम की तरह रेफरल कोड का इस्तेमाल करता था
एमटीएफई (मेटावर्स फॉरेन एक्सचेंज ग्रुप) ने ओंटारियो, कनाडा में पंजीकृत होने का दावा करता है लेकिन असलियत में यह कही भी नही है
लोग लगातार इस एक्सचेन्ज में पैसा लगा रहे थे
साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ लगातार इस प्लेटफॉर्म के बारे में लंबे समय से चेतावनी दे रहे हैं। लेकिन लोग “लालच के जाल में फंस गए” और यहां पैसा जमा कर रहे थे। तीन दिन पहले साइबर सिक्योरिटी को पता चला कि जो लोग यहां पैसा जमा कर रहे थे, वे पैसा नहीं निकाल सकते। एमटीएफई ने आज अपना सिस्टम पूरी तरह से बंद कर दिया
साइबर विश्लेषकों का मानना है कि दुनिया भर का लगभग 20 हजार करोड़ का लगभग 90 प्रतिशत हिस्सा बांग्लादेशी निवेशकों ने लगाया है, मसूद अल इस्लाम, जो अब दुबई से काम कर रहा है, के पास बांग्लादेश में एमटीएफई उपयोगकर्ताओं का सबसे बड़ा नेटवर्क था
बांग्लादेश के रहमान, ने MFTE के बारे कहा कि उन्हें सूचित किया गया था कि वह क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर रहे थे।
“उन्होंने दावा किया कि वे क्रिप्टो ट्रेडिंग में अपनी बुद्धि का उपयोग कर रहे थे, जबकि हम पैसे से योगदान दे रहे थे। इसलिए, उन्होंने लाभ का 55 प्रतिशत बरकरार रखा, हमें 45 प्रतिशत आवंटित किया। ये बिंदु उनकी योजना को विश्वसनीयता प्रदान करने और हमें धोखा देने के लिए गढ़े गए थे घोटाले के लिए,” $501 का निवेश करने पर प्रत्येक सप्ताह $39 का लाभ देने की पेशकश की। अगस्त की शुरुआत में, इसने अचानक पैसा देना बंद कर दिया। उस समय, उन्होंने हमें बताया कि ऐप रखरखाव के अधीन है। लेकिन गुरुवार से, ऐप में मेरा बैलेंस बदल गया है माइनस।”
उन्होंने कहा, उनकी तरह, कोमिला, नोआखाली और राजशाही में हजारों लोग हैं जिन्होंने सैकड़ों करोड़ रुपये गंवाए।
उन्होंने कहा, “मैं ‘शॉर्ट-कट’ लाभ कमाने के लिए अपने लालच को दोषी मानता हूं।”
दरअसल यह कम्पनी जो व्यक्ति अपने एरिया में पिरामिड पर टॉप पर होता उसे सीधा सीईओ बना देती थी मध्य प्रदेश के नीमच जिले के हुजेफा जमाली को भी ऐसा ही सीईओ बताया जा रहा हैं गंभीर मामला होने पर कैंट पुलिस ने शनिवार को जमाली हुजैफा को बुलाकर पूछताछ की। इसमें उसने बताया कि वह भी सभी लोगों की तरह एक इन्वेस्टर है। कंपनी किसकी है व कहां से संचालित होती है उसे कोई जानकारी नहीं है। थाने पर शिकायत नहीं होने पर उसे बयान लेकर छोड़ दिया गया।
नीमच से 200 करोड़ का घोटाला इस कम्पनी ने किया अभी तक बांग्लादेश नाइजीरिया की ख़बर आई है कि वहा भी पुलिस ने धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज की हैं