मोदी का अमेरिका दौरा ड्रोन डील की सच्चाई

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मोदी जी के अमेरिका रवाना होने के ठीक एक दिन पहले सरकारी घोषणा होती है कि अमेरिकी दौरे में पीएम मोदी प्रीडेटर ड्रोन खरीदने वाले हैं दरअसल 15 जून को रक्षा खरीद समिति DAC ने 31 MQ-9B ड्रोन्स की खरीद के लिए एक्सेप्टेंस ऑफ नेसेसिटी AoN जारी की जिससे यह साफ़ हो गया कि मोदी भारतीय सेना के लिए ड्रोन का सौदा तय करने के लिऐ ही अमेरिका जा रहे हैं

दरअसल प्रीडेटर ड्रोन को दुनिया का सबसे ताकतवर ड्रोन करार दिया जाता है। और इसे बनाती है अमेरिकी डिफेंस कम्पनी जनरल एटॉमिक्स

मोदी के अमेरिकी दौरे में आखिरकार वो दिन आ ही गया जब राष्ट्रपति जो बाइडन और PM मोदी की तरफ से एक संयुक्त बयान जारी कर ड्रोन डील के बारे में बताया गया. इस साझा बयान के 16 वें पैराग्राफ में बताया गया कि ड्रोन भारत में असेंबल किए जाएंगे. और इन्हें बनाने वाली जनरल एटॉमिक्स, भारत में एक MRO (मेंटेनेंस, रिपेयर एंड ऑपरेशन्स) सेंटर स्थापित करेगी.

अब यहीं से अडानी अम्बानी की भूमिका की शुरूआत होती है

इस पूरी ड्रोन डील के पीछे एक व्यक्ति है जिसका नाम है विवेक लाल जनरल एटॉमिक्स के सीईओ विवेक लाल का भारत के साथ गहरा जुड़ाव रहा है। वह भारतीय मूल के हैं जिनका जन्म इंडोनेशिया के जकार्ता में हुआ था विवेक लाल बोइंग, रेथिअन और लॉकहीड मार्टिन जैसी बड़ी रक्षा कंपनियों के साथ भी अहम पदों पर काम कर चुके हैं। वह बोइंग की इंडिया यूनिट के भी हेड रह चुके हैं।

जून 2020 में विवेक लाल को जनरल एटॉमिक्स का सीईओ पद दिया गया और यहीं से साफ़ हों गया कि वो एक बड़ी डील भारत के साथ करवा सकते है पीएम मोदी इस दौरे से पहले जब पिछली बार अमेरिकी दौरे पर गए थे तभी उनकी विवेक लाल के साथ इस डील के बारे में चर्चा हो गईं थीं

आप को जानकर आश्चर्य होगा कि विवेक लाल अमेरिका जानें से पहले मुकेश अंबानी की रिलायंस से भी जुड़े हुऐ थे 2014 में जब पहली बार वे जनरल एटोमिक्स से जुड़े उससे पहले वे रिलायंस मे ही काम कर रहे थे

रिलायंस भी डिफेंस सेक्टर में उतर चुका है 2019 में, रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने ड्रोन निर्माता एस्टेरिया एयरोस्पेस प्राइवेट लिमिटेड में बड़ी हिस्सेदारी हासिल कर ली है जो सैन्य, खनन, निर्माण और कृषि क्षेत्रों के लिए ड्रोन विकसित करती है

लेकिन इस फील्ड में अदानी भी पीछे नहीं है अडानी ने बेंगलोर बेस्ड ड्रोन कम्पनी जनरल एरोनॉटिक्स कंपनी में पिछले साल 50 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल कर ली है। जनरल एरोनॉटिक्स की स्थापना 2016 में अभिषेक बर्मन, कोटा हरिनारायण और अनुतोष मोइत्रा ने की थी

इसके अलावा अदानी के स्वामित्व वाली अल्फा डिजाइन टेक्नोलॉजीज लिमिटेड (एडीटीएल) ने विग्नान टेक्नोलॉजीज नामक एक संयुक्त उद्यम कंपनी बनाने के लिए इजरायली फर्म एल्बिट-आईएसटीएआर के साथ साझेदारी की है, जो एल्बिट सिस्टम्स की सहायक कंपनी है, जो एंड-टू-एंड निगरानी, लक्ष्य अधिग्रहण और टोही समाधान प्रदान करती है।

जब यह प्रिडेटर ड्रोन वाला सौदा नहीं हुआ था था तब चर्चा थीं भारत के लिए प्रिडेटर ड्रोन अब भारत स्वयं बनाएगा। और उसमें इस्तेमाल होने वाली तकनीक इज़राइल से ली जाएगी

खबर आ रही थी कि हथियारों से लैस ड्रोन एक निजी भारतीय फर्म इजरायली रक्षा निर्माता के साथ साझेदारी में बनाएगा।

साफ़ था कि यह फर्म अदानी से ही जुडी हुईं होती लेकिन अब खेल बदल गया अब विवेक लाल ने यह डील जनरल एटोमिक्स के साथ करवा दी है तो रिलायंस का पलड़ा फिर से उपर आ गया है

6 Comments

  1. बहुत अच्छी जानकारी | धन्यवाद ;

  2. हेमंत जी,गिरीश जी आप दोनो भाईयो को बधाई और शुभ कामनाएं ।इस अंधेरे दौर में जनता की आशा की किरण बने आपका उपक्रम ।
    जय श्री महाकाल ।

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