सुधीर चौधरी साम्प्रदायिक हिंसा फैलाने वाले आदतन अपराधी है ?

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आप जानते ही होगें कि सुधीर चौधरी को सुधीर तिहाड़ी क्यो कहा जाता है दरअसल 2012 मे मनमोहन सरकार के दौरान कोयला घोटाले में नवीन जिंदल का नाम आने पर जी न्यूज ने नवीन जिंदल व उसकी कंपनी जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड के खिलाफ समाचार चलाए थे। जी न्यूज़ के संपादक सुधीर चौधरी ने यह समाचार रोकने के लिए जिंदल स्टील से 25 करोड रुपए प्रति वर्ष के हिसाब से अगले 4 वर्ष के लिए यानी कुल 100 करोड रुपए की फिरौती मांगी थी। इस फिरौती मांगने की घटना का जिंदल स्टील ने स्टिंग वीडियो बना लिया इसके आधार पर सुधीर चौधरी को 1 महीने तक तिहाड़ जेल में रहना पड़ा था।

लेकिन उन पर एक मामला और था ये 2007 का किस्सा है
अगस्त 2007 में एक निजी टीवी चैनल पर महिला स्कूल टीचर उमा खुराना का फर्जी स्टिंग ऑपरेशन दिखाकर वे विवादों में घिर गए थे। प्रकाश सिंह रिपोर्टर की मदद से तैयार किए गए स्टिंग में टीचर को स्कूली छात्राओं को सेक्स के लिए ग्राहकों को पेश करते हुए दिखाया गया था। खबर उस समय एक न्यूज चैनल पर प्रसारित की गई थी। सुधीर तब इस चैनल के सीईओ थे।खबर के बाद तुर्कमान गेट स्थित सरकारी स्कूल के बाहर जमकर हंगामा हुआ था। भीड़ ने उमा खुराना को जान से मारने का प्रयास किया था। दबाव के बाद पुलिस ने उमा को गिरफ्तार कर लिया था। छानबीन के बाद उमा को बेकसूर पाया गया। फर्जी स्टिंग के आरोप में प्रकाश को गिरफ्तार करके उसके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया। सुधीर को पूरी घटना का सूत्रधार बताया गया।

अब आप जानिए कि सुधीर चौधरी के ऊपर सांप्रदायिकता फैलाने के कितने आरोप लगे हैं

पहली एफआईआर 1916 मे दर्ज हुई

19 दिसंबर 2016 को, ज़ी न्यूज़ के पश्चिम बंगाल संवाददाता और कैमरा पर्सन तन्मय मुखर्जी के साथ सुधीर चौधरी पर पुलिस ने धूलागढ़ दंगों की कवरेज के लिए मामला दर्ज किया था। तीनों के खिलाफ आईपीसी की धारा 153 (धर्म, जाति, पंथ, भाषा या जन्म स्थान के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना) के तहत गैर-जमानती आरोप दर्ज किया गया था।

दूसरी मई 2020 में,

केरल में सीपीआई के ऑल इंडिया यूथ फेडरेशन (एआईवाईएफ) के राज्य संयुक्त सचिव, एडवोकेट पी गावस ने केरल के कोझिकोड कसाबा पुलिस स्टेशन में चौधरी के खिलाफ आईपीसी की गैर- जमानती धारा 295 ए के तहत प्राथमिकी दर्ज की; 11 मार्च 2020 को ज़ी न्यूज़ पर प्रसारित अपने कार्यक्रम में उन पर मुस्लिम समुदाय की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाने का आरोप लगाया, जिसमें उन्होंने कथित तौर पर ‘जिहाद फ्लो-चार्ट’ के जरिए देश के मुसलमानों को निशाना बनाया। [2]

तीसरी कुछ दिनो पहले 13 सितंबर 2023 को….

कर्नाटक के बेंगलुरु के शेषाद्रिपुरम पुलिस स्टेशन में सुधीर चौधरी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी। उन पर आज तक चैनल पर आयोजित एक शो के दौरान सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की साजिश रचने और गलत सचना फैलाने का आरोप
है

साफ़ है कि सुधीर चौधरी पत्रकार के भेस मे मे आदतन अपराधी है

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