जी हां हम रूस से जो कच्चा तेल खरीद रहे हैं उसका भुगतान रुपए में नही बल्कि युआन में किया जा रहा है
जी हां 28 प्रतिशत !!!भारत की मोदी सरकार बेंट क्रूड की तुलना में रूस से कच्चा तेल बेहद सस्ते दामों पर खरीद रही है
रूस युक्रेन युद्ध के शुरुआत के समय तो रूस भारत को 35 डॉलर प्रति बैरल तक की छूट दे रहा था उस वक्त इंटरनैशनल मार्केट में कच्चे तेल (Crude oil) के दाम आसमान पर थे , सितंबर 2022 से रूस अपने तेल को ब्रेंट क्रूड के मुकाबले 20 डॉलर प्रति बैरल सस्ता बेच रहा था
दिसंबर में रूस ने भारत को रोजाना 11.9 लाख बैरल कच्चे तेल की सप्लाई की. जनवरी में रूस से भारत का कच्चे तेल का आयात बढ़कर 12.7 लाख बैरल प्रतिदिन के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। यानी लगातार सस्ते दामों पर देश को कच्चा तेल मिल रहा है इस दौरान बेंट क्रूड के दाम भी घटे है लेकिन आम जनता के लिए पेट्रोल डीजल के कीमतों में कोई कटौती नहीं की गई !!!
आम जनता को इस तरह से लूट कर सरकार किसकी जेब भर रही है?