2011 से 2017 के बीच उपेन्द्र कुमार सिन्हा सेबी के चेयरमैन थे
2014 की शुरुआत मे भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने अडानी समूह की कंपनियों के लेनदेन की जांच की ओर सेबी ने 2323 करोड़ रुपये की हेराफेरी से संबंधित सबूतों वाली एक सीडी भी प्रस्तुत की।
2014 मे सरकार बदल गई मोदी सरकार ने ये फाइल दबा दी
जनवरी 2023 में हिंडनबर्ग रिसर्च ने अडानी की सारी पोल पट्टी खोल दी
फरवरी 2023 को सेबी के पूर्व चेयरमैन उपेंद्र कुमार सिन्हा का बरखा दत्त ने इंटरव्यू लिया उन्होंने कहा कि वह यह मानने के इच्छुक नहीं हैं कि अडानी पर हिंडनबर्ग रिपोर्ट भारत पर हमला है ये पहली बार नहीं है जब हिंडनबर्ग ने किसी खास देश की किसी खास कंपनी के बारे में रिपोर्ट लिखी है। सिन्हा ने याद दिलाया कि अमेरिकी कंपनी निकोला कॉर्पोरेशन और चाइना मेटल रिसोर्सेज यूटिलाइजेशन सहित कई कंपनियों के खिलाफ आरोपों में काफी हद तक सही थी।
मार्च 2023 में अडानी ने सेबी के पूर्व चेयरमैन उपेंद्र कुमार सिन्हा को एनडीटीवी के बोर्ड में स्वतंत्र निदेशक नियुक्त
कर दिया